असली और नकली तुलसी माला की पहचान कैसे करें?

असली और नकली तुलसी माला की पहचान कैसे करें?

तुलसी माला भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता में विशेष स्थान रखती है। इसे पहनने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है और धार्मिक दृष्टि से भी इसे अत्यंत शुभ माना जाता है। लेकिन आजकल बाजार में नकली तुलसी माला की भरमार हो गई है, जिससे असली और नकली में फर्क करना मुश्किल हो जाता है। यदि आप भी तुलसी माला खरीदने जा रहे हैं, तो यह लेख आपकी मदद करेगा असली और नकली तुलसी माला की पहचान करने में।

1. असली तुलसी माला की विशेषताएँ

असली तुलसी की माला में कुछ खास विशेषताएँ होती हैं, जिनसे आप आसानी से इसकी शुद्धता को परख सकते हैं:

1.1 हल्की और सुगंधित होती है

असली तुलसी की माला में हल्की सी प्राकृतिक सुगंध होती है, जो इसे खास बनाती है। तुलसी की लकड़ी में एक अलग प्रकार की खुशबू होती है जो नकली माला में नहीं पाई जाती।

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1.2 रंग समय के साथ बदलता है

असली तुलसी माला का रंग समय के साथ हल्का भूरा या गहरा हो सकता है, क्योंकि यह प्राकृतिक लकड़ी से बनी होती है। जबकि नकली माला का रंग हमेशा एक जैसा रहता है।

1.3 नरम और हल्की होती है

असली तुलसी माला को हाथ में लेने पर वह हल्की और मुलायम महसूस होती है। जबकि नकली माला प्लास्टिक या अन्य कठोर सामग्री से बनी हो सकती है।

1.4 पानी में डालने पर रंग नहीं छोड़ती

असली तुलसी माला को अगर आप पानी में डालें, तो इसका रंग नहीं बदलेगा और न ही कोई रंग छोड़ेगा। जबकि नकली माला पानी में रंग छोड़ सकती है या खराब हो सकती है।

1.5 मोतियों पर प्राकृतिक बनावट होती है

असली तुलसी माला के प्रत्येक मोती पर हल्की प्राकृतिक बनावट या रेखाएँ हो सकती हैं, जो इसे अद्वितीय बनाती हैं। नकली माला में यह बनावट नहीं होती और उसके मोती एकदम चिकने और समान होते हैं।

2. नकली तुलसी माला की पहचान कैसे करें?

बाजार में कई नकली तुलसी मालाएँ मिलती हैं, जिन्हें पहचानना जरूरी है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बिंदु दिए गए हैं:

2.1 प्लास्टिक या सिंथेटिक सामग्री

नकली तुलसी माला अक्सर प्लास्टिक या सिंथेटिक सामग्री से बनी होती है। अगर मोती बहुत चमकदार और एकदम समान आकार के दिखते हैं, तो वे नकली हो सकते हैं।

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2.2 तेज़ और अप्राकृतिक सुगंध

यदि माला में तेज़ और अप्राकृतिक सुगंध है, तो यह नकली हो सकती है। असली तुलसी माला की सुगंध हल्की और प्राकृतिक होती है।

2.3 जलाने पर प्लास्टिक की गंध आती है

अगर आप एक मोती को हल्की आग में जलाएँ और उससे प्लास्टिक जैसी गंध आए, तो वह नकली है। असली तुलसी की लकड़ी जलने पर हल्की चंदन जैसी गंध देती है।

2.4 दाँत से हल्का दबाने पर एहसास

अगर आप तुलसी माला के मोती को हल्के से दाँतों से दबाएँ और वह थोड़ा दब जाए, तो यह असली तुलसी माला हो सकती है। नकली माला कठोर और न दबने वाली होगी।

2.5 हल्के से रगड़ने पर सुगंध आना

अगर आप असली तुलसी माला के मोती को हल्के से हाथों में रगड़ते हैं, तो उसमें से हल्की तुलसी की सुगंध आ सकती है। नकली माला में यह गुण नहीं होगा।

3. असली तुलसी माला कहाँ से खरीदें?

अगर आप असली तुलसी माला खरीदना चाहते हैं, तो हमेशा विश्वसनीय स्रोतों से ही खरीदें। कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखें:

  • धार्मिक और आध्यात्मिक वस्तुओं की प्रमाणिक दुकान से खरीदें।
  • ऑनलाइन खरीदते समय रिव्यू और रेटिंग्स जरूर देखें।
  • प्रमाणित विक्रेता से ही तुलसी माला खरीदें।
  • असली तुलसी माला के साथ मिलने वाले प्रमाण पत्र की जाँच करें।

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निष्कर्ष

असली तुलसी माला की पहचान करना कठिन नहीं है, बस आपको इसकी प्राकृतिक विशेषताओं को समझना होगा। अगर आप तुलसी माला खरीदने जा रहे हैं, तो ऊपर बताए गए बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए ही निर्णय लें। असली तुलसी माला पहनने से मानसिक शांति और आध्यात्मिक लाभ मिलते हैं, इसलिए हमेशा शुद्ध और प्रमाणित माला ही चुनें।

क्या आप असली तुलसी माला खरीदना चाहते हैं? तो विश्वसनीय विक्रेता से ही खरीदें और नकली मालाओं से बचें!

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